इस पोस्ट के माध्यम से हम Dipawali kab ki hai 2022 के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
दीपावली हिंदुओं का सबसे प्रसिद्ध एवं हर्षोल्लास का पर्व है इसे भारत के सभी नागरिक बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं।
दीपावली का त्यौहार हर वर्ष किसी एक विशेष दिनांक को मनाया जाता है जो कि हर वर्ष अलग-अलग तिथियों में होता है इसलिए हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे कि इस वर्ष की Dipawali kab ki hai 2022
तो चलिए जानते हैं इस वर्ष की Dipawal022
पर्व | दिनांक | दिन |
धनतेरस | 23 अक्टूबर 2022 | रविवार |
छोटी दीवाली | 24 अक्टूबर 2022 | सोमवार |
बड़ी दीपावली | 24 अक्टूबर 2022 | सोमवार |
दीपावली कब है? ( Dipawali kab ki hai 2022 )
इस वर्ष पूरे देश में दिवाली का पर्व 24 अक्टूबर 2022 दिन सोमवार को मनाया जाएगा।
इस वर्ष में अमावस्या की तिथि 24 अक्टूबर व 25 अक्टूबर को है, लेकिन 25 अक्टूबर की तिथि में पडने वाली अमावस्या प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो जा रही है।
इसलिए इस वर्ष की दिवाली 24 अक्टूबर को प्रदोष काल के अंदर में ही मनाया जाएगा।

छोटी दीपावली कब है। ( choti diwali kab hai? )
इस वर्ष छोटी दीपावली 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा
यानी छोटी दिवाली की शुरुआत 23 अक्टूबर 2022 शाम 6:4 मिनट पर होगा।
छोटी दिवाली का समाप्ती 24 अक्टूबर शाम 5:28 मिनट पर होगा।
बड़ी दीपावली कब है। ( Badi diwali kab hai? )
बड़ी दिवाली 2022 में 24 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा ।
24 अक्टूबर शाम 5: 28 मिनट से दीवाली आरंभ है।
यानी इस वर्ष 2022 में छोटी दीपावली और बड़ी दीपावली एक साथ मनाया जाएगा।
अमावस्या की समाप्ती 25 अक्टूबर शाम 4:19 मिनट पर होगा।
धनतेरस कब है। 2022
अबकी बार का धनतेरस 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
यानी धनतेरस 22 अक्टूबर को शाम 6:02 से शुरू हो रहा है और यह 23 अक्टूबर शाम 6:03 तक रहेगा।
दीवाली का शुभ मुहूर्त ( diwali ka shubh muhurat 2022 )
2022 में अमावस्या की तिथि 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर दोनों दिन है परंतु 25 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही इसलिए 24 अक्टूबर को ही प्रदोष काल में अमावस्या तिथि होगी।
और यही कारण है कि अबकी बार की दिवाली 24 अक्टूबर दिन सोमवार 2022 को पूरे भारत में मनाया जाएगी ।
23 अक्टूबर रविवार को त्रयोदशी तिथि शाम 6:04 तक रहेगी।
इसके बाद चतुर्दशी तिथि 24 अक्टूबर से शुरू होकर के सोमवार को शाम 5:28 पर समाप्त होगी।
अमावस्या की तिथि 25 अक्टूबर मंगलवार को शाम 4:19 तक समाप्त होगी।
दीवाली क्यो मनाया जाता है?
दिवाली का पर्व मुख्य रूप से भगवान श्री राम की लंका पति रावण पर विजय प्राप्ति व 14 वर्ष का बनवास पूर्ण कर घर वापस लौटने की खुशी में मनाया जाता है।
इस दिन हर जगह घरों को दीपों से सजाया जाता है। और मुख्य रूप से मां लक्ष्मी माँ सरस्वती व भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है।
इस दिन ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी सबके घर आशीर्वाद देने के लिए स्वयं जाती हैं।
इसलिए इस दिन को हिन्दू धर्म मे बहुत ही महत्व दिन माना जाता है। इस दिन लोग एक दूसरों के घरों में जाकर के मिठाइयां बांटते हैं। और लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करते है।
दीपावली पर पूजा की विधि क्या है ?
दिवाली पर मुख्य रूप से मां लक्ष्मी, माँ सरस्वती व श्री गणेश जी की विधि विधान से पूजा पाठ किया जाता है
इस दिन रात्रि के समय में माँ लक्ष्मी, माँ सरस्वती और विघ्नहर्ता श्री गणेश महाराज जी की पूजा होती है।
शास्त्र के अनुसार यह माना जाता है कि कार्तिक अमावस्या की अंधेरी रात में मां लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और हर घर में आती हैं इसलिए हमें इस दिन अपने घर को खूब अच्छे तरीके से साफ सफाई करके विधि विधान से पूजा पाठ करनी चाहिए।
इस दिन लक्ष्मी पूजा के साथ-साथ कुबेर जी की भी पूजा की जाती है।

दीपावली पर पूजा की विधि —
◆ दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन से पहले घर को अच्छी तरह से साफ कर ले और गंगाजल छिड़ककर पूरे घर को शुद्ध कर ले।
◆ यदि आपको रंगोली बनाना आता है तो आप अपने घर के सामने रंगोली बना सकते हैं ।
◆ जिस जगह पर आप पूजा कर रहे हैं उस स्थान पर एक चौकी रख दे व एक लाल कपड़ा बिछा दें उस पर मां लक्ष्मी माँ सरस्वती जी और गणेश जी की मूर्ति रखें ।
◆ चौकी के पास में ही नीचे जल से भरा एक कलश रखें।
◆ मां लक्ष्मी व गणेश जी की मूर्ति पर तिलक लगाएं व दीप जलाकर आप फल, जल, गुड, हल्दी ,गुलाल अबीर ,आदि सब कुछ अर्पित करें।
◆ अब मां लक्ष्मी की आरती पूरे परिवार के साथ पढ़ें इसके बाद सरस्वती मां की आरती करें पुनः गणेश जी की आरती करें और साथ ही साथ कुबेर देव की भी विधि विधान से पूजा करें।
◆ इस दिन पूरे परिवार को एक साथ एकत्रित होकर मां लक्ष्मी की पूजा पाठ करनी चाहिए।
◆ इस दिन आप मां लक्ष्मी की पूजा पाठ करने के बाद घर में रखे तिजोरी व कुछ विशेष महत्वपूर्ण चीजों की भी पूजा पाठ करें।
◆ पूजा करने के बाद जरूरतमंद लोगों को मिठाई वस्त्र व यथाशक्ति धन दान करें जिससे मां लक्ष्मी की कृपा आप पर निश्चित ही बनी ही रहेगी।
FAQ
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Dipawali kab ki hai 2022 ?
24 अक्टूबर
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छोटी दीपावली कब है?
24 अक्टूबर सोमवार 2022
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बड़ी दीपावली कब है?
24 अक्टूबर सोमवार 2022
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धनतेरस कब है।
23 अक्टूबर
निष्कर्ष –
इस पोस्ट के माध्यम से आपने Dipawali kab ki hai 2022 वाह दिवाली क्यों मनाई जाती है तथा दिवाली पर पूजा विधि के बारे में जानकारी हासिल की।
उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी अच्छी लगी होगी यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों रिश्तेदारों व अन्य लोगों के साथ अवश्य शेयर करें जिससे अधिक से अधिक लोगों को यह जानकारी मिल सके धन्यवाद……
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